अनिल विज ने कहा- अशोक तंवर 'प्रवासी पक्षी'; कभी इस डाल तो कभी उस डाल फुदकते, BJP छोड़कर दोबारा कांग्रेस में शामिल हुए
Haryana Anil Vij Statement On Ashok Tanwar After Joining Congress
Anil Vij on Ashok Tanwar: हरियाणा में 5 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव के लिए वोट डाले जाने हैं। लेकिन इससे पहले ही दल-बदल के खेल में पूर्व सांसद अशोक तंवर ने बीजेपी को बड़ा झटका दे दिया है। अशोक तंवर आज अचानक बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में दोबारा शामिल हो गए। तंवर ने महेन्द्रगढ़ में राहुल गांधी की चुनावी रैली के दौरान कांग्रेस का दामन थामा। तंवर ने इस कदम ने हरियाणा की सियासत से एक बार फिर सभी को चौंका दिया। क्योंकि 5 साल में यह चौथी बार था जब अशोक तंवर ने पार्टी बदलने का फैसला किया।
अशोक तंवर पर बीजेपी का हमला
कांग्रेस में शामिल होने होने को लेकर अशोक तंवर पर अब बीजेपी ने हमला बोलन शुरू कर दिया है। हरियाणा के पूर्व गृह मंत्री और अंबाला कैंट से बीजेपी उम्मीदवार अनिल विज ने अशोक तंवर को 'प्रवासी पक्षी' बताया। विज ने कहा कि, राजनीति में कुछ प्रवासी पक्षी होते हैं। उनका अपना घर नहीं होता। वो कभी इस डाल पर कभी उस डाल पर फुदकते रहते हैं। अशोक तंवर की भी उसी तरह की प्रवृत्ति है। इसके अलावा विज अपनी जीत को लेकर पूरे विश्वास में है।
विज ने कहा- अंबाला में असली-नकली की लड़ाई
अनिल विज का कहना है कि, अंबाला कैंट में लोगों का भरपूर समर्थन मिल रहा है। मेरे साथ जो लोग चल हैं वो असली हैं और वो अंबाला कैंट के मतदाता हैं। जबकि मेरे विरोधियों के साथ जो चल रहे हैं, वो या तो किराये के हैं या फिर उधार के हैं। अंबाला के बाहर से लाये गए हैं, सारे के सारे। इसलिए ये असली vs नकली का चुनाव हो रहा है।
ज्ञात रहे कि, अशोक तंवर ने साल 2019 में कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था और नवंबर 2021 में ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी में शामिल हो गए थे। हालांकि, तंवर का यहां भी ज्यादा दिन मन नहीं लगा। जिसके बाद टीएमसी से इस्तीफा देकर तंवर ने अप्रैल 2022 में आम आदमी पार्टी में ज्वाइनिंग की थी।
जनवरी में बीजेपी में शामिल हुए थे अशोक तंवर
वहीं इसी साल जनवरी में अशोक तंवर आम आदमी पार्टी से इस्तीफा देने के बाद बीजेपी में शामिल हुए थे। सीएम मनोहर लाल ने दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में अशोक तंवर की बीजेपी में ज्वाइनिंग कराई थी। तंवर के साथ-साथ उनके कई समर्थकों ने भी बीजेपी का दामन थामा था। अशोक तंवर की बीजेपी में एंट्री तब ऐसे में हुई थी जब आगामी समय में लोकसभा चुनाव होना था। इसीलिए ज्वाइनिंग के बाद बीजेपी ने अशोक तंवर को लोकसभा चुनाव की टिकट भी दी थी. बीजेपी ने तंवर को सिरसा सीट से मैदान में उतारा था। लेकिन अशोक तंवर को कांग्रेस उम्मीदवार कुमारी शैलजा से हार का सामना करना पड़ा।
कांग्रेस पर एतराज जताते हुए AAP से इस्तीफा दिया था
सिरसा के पूर्व सांसद अशोक तंवर ने 18 जनवरी को आम आदमी पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। अशोक तंवर इस समय आप हरियाणा कैंपेन कमेटी के चेयरमैन थे। तंवर ने आम आदमी पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल को अपना इस्तीफा भेजा था। वहीं केजरीवाल को भेजे अपने इस्तीफे में अशोक तंवर ने कांग्रेस के साथ हाथ मिलाने को लेकर एतराज जताया था। अशोक तंवर ने कहा था कि, उनकी नैतिकता उन्हें कांग्रेस के साथ गठबंधन करने की अनुमति नहीं देती।
कांग्रेस में रहते अहम पदों पर रहे थे अशोक तंवर
अशोक तंवर अपने राजनीतिक सफर में विभिन्न अहम पदों पर रहे हैं। तंवर जब पहले कांग्रेस में हुआ करते थे तो वह यहां रहते भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष, हरियाणा प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष और सिरसा से सांसद रहे। इसके साथ ही अशोक तंवर राहुल गांधी के बेहद करीबी माने जाते थे। लेकिन उस दौरान हरियाणा कांग्रेस पार्टी के अंदर ऐसी अनबन पैदा हुई कि अशोक तंवर ने साल 2019 में पार्टी छोड़ने का फैसला कर लिया था।